प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को राष्ट्र को संबोधित करते हुए 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस दिन उन्हें 19.7 करोड़ लोगों ने टीवी के माध्यम से देखा और सुना। यह 2019 आईपीएल फाइनल मैच के यूनिक 13.3 करोड़ के व्यूवरशिप से भी 6.4 करोड़ ज्यादा है। यह जानकारी टेलिविजन रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल इंडिया (बीएआरसी इंडिया) ने दी है।
बीएआरसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील लुल्ला और ग्लोबल नीलसन मीडिया के कंट्री लीडर डॉली झा ने यह जानकारी कोरोनावायरस के इंपैक्ट पर जारी सर्वे रिपोर्ट में दी। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री के डिमोनेटाइजेशन के भाषण को 5.7 करोड़ लोगों ने, 8 अगस्त 2019 को आर्टिकल- 370 को खत्म करने को लेकर दिए भाषण को 16.3 करोड़, 19 मार्च 2020 के जनता कर्फ्यू के भाषण को 19.1 करोड़ लोगों ने टीवी पर देखा व सुना था।
अब एक व्यक्ति एक सप्ताह में औसतन 25 घंटे समय स्मार्टफोन को दे रहा है
कोरोनावायरस के चलते पूरे देश की जनता घरों में लॉकडाउन है। ऐसे में लोग अब पहले से ज्यादा टीवी देख रहे हैं और मोबाइल पर भी अधिक समय बीता रहे हैं। बीएआरसी इंडिया के मुताबिक लोग अब स्मार्टफोन पर 6% और टीवी देखने में 8% अधिक समय बिताने लगे हैं। लॉकडाउन से पहले एक व्यक्ति एक सप्ताह में स्मार्टफोन पर औसतन 23 घंटे 6 मिनट देता था। अब इसमें 6% का इजाफा हुआ है। अब एक व्यक्ति एक सप्ताह में औसतन 25 घंटे समय स्मार्टफोन को दे रहा है।